Thursday 12 March 2015

नीली

सोन में एक लंगडी लडकी है और नीली है उसका नाम
मिमीकरी करती है नीली हँसना - हँसाना उसका काम ।

चौथी - कक्षा  में  पढती है उसको कोई भी नहीं चिढाता
नीली  में  कुछ  बात है ऐसी हइ कोई उसका बन जाता ।

छोटा - बडा हर कोई उसकी हाजिर जवाब का कायल है
सबकी हूबहू नकल करती  सबके नयनों की काजल है ।

गुरुजी हों या हो चपरासी उसकी नकल से बचा नहीं है
अनुष्का  हो  या  करीना  हो उसका  सानी कहीं नहीं है ।

हँसा - हँसा  के लोट - पोट  कर  देना  उसकी आदत  है
हँसना  कौन  नहीं  चाहेगा  यह  भी  तो एक इबादत है ।

राखी  हो  या  हो  ऐश्वर्या  उससे  कोई  बच  नहीं  पाया
आमिर  हो या हो वह माला उसने सबको बहुत हँसाया ।

नेता - गण  भी  बचे  नहीं  हैं  नीली  ने सबको धोया है
पेट - पकड कर हँसते हैं सब हँसी - बीज उसने बोया है ।

आस - पास  के  गॉवों में भी उसकी चर्चा होती अक्सर
नीली  कहते  ही  सब  हँसते हँसने का ही होता अवसर ।

पूरे - गॉव  की  बेटी  है  वह  हर  घर  है उसका  परिवार
मुखिया ने कह दिया है सबसे गॉव ही है उसका आधार ।

बडे  - गुरुजी  पिता  सदृश  हैं आज  तिपहिया  लाए  हैं
जन्म - दिवस  के अवसर  पर  नीली  को  देने आए  हैं ।

नीली सबकी सञ्जीवनी  है उसको प्यार सभी  करते हैं
पर जो औरों को अपना ले उसे  दण्डवत  हम  करते  हैं ।

2 comments:

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